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Showing posts from August, 2024

अखंड राजपूताना सेवा संस्थान के केपी सिंह पुन:अध्यक्ष चुने गए

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केपी सिंह पुन: राष्ट्रीय अध्यक्ष चुने गए  गाजियाबाद(एसपी चौहान)।       अखंड राजपूताना सेवा संस्थान (पंजीकृत दिल्ली )के राष्ट्रीय अध्यक्ष पुनः केपी सिंह को चुना गया। केपी सिंह के अलावा तीन उपाध्यक्ष क्रमशः आर पी सिंह, सीमा भदोरिया, व एमपी सिंह चुने गए। इनके अलावा तीन राष्ट्रीय महासचिव वीपी सिंह, विनोद कुमार शिशौदिया तथा एसपी चौहान को चुना गया। कोषाध्यक्ष के रूप में सुप्रिया सिंह को सर्वसम्मति से चयनित किया गया। शेष सदस्यों का मनोनयन सर्वसम्मति से गठित उपरोक्त 8 सदस्यीय यह समिति करेगी।       संस्था के पुनर्गठन की यह बैठक राष्ट्रीय महासचिव विनोद कुमार शिशौदिया के आवास राजेंद्र नगर सेक्टर 5 में आयोजित हुई थी, जिसमें पुनर्गठन के अलावा संस्था के कार्यों को और गतिशील बनाने के विषय पर चर्चा हुई। बैठक की अध्यक्षता राष्ट्रीय अध्यक्ष केपी सिंह द्वारा की गई तथा संचालन वीपी सिंह द्वारा किया गया। चुनाव से पहले पीएस पठानिया जी को चुनाव अधिकारी नियुक्त किया गया।15 अगस्त को आयोजित इस बैठक में जब राष्ट्रीय अध्यक्ष चुने जाने की बात आई तो आरपी सिंह ने केपी स

वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप की मूर्ति के लोकार्पण पर चर्चा

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वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप की मूर्ति के लोकार्पण पर चर्चा साहिबाबाद (एसपी चौहान)।  अखंड राजपूताना सेवा संस्थान की एक बैठक शक्ति खंड 3 इंदिरापुरम में आयोजित की गई जिसमें वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप की मूर्ति के लोकार्पण, संगठन के पुनर्गठन,80जी और अन्य विषय विषयों पर चर्चा हुई। बैठक की अध्यक्षता संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष केपी सिंह ने की तथा संचालन राष्ट्रीय महासचिव वीपी सिंह द्वारा किया गया।       जानकारी के अनुसार अखंड राजपूताना सेवा संस्थान द्वारा वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप की मूर्ति कनावनी नहर पुलिया वसुंधरा पुलिस चौकी के पास स्थापित की जा चुकी है लेकिन उसका अभी लोकार्पण किया जाना बाकी है। इस संबंध में संगठन की बैठक हुई जिसमें अभी और चर्चा के बाद मूर्ति के लोकार्पण को अंतिम रूप दिया जाएगा। मुख्य बिंदु है उसका समय और मुख्य अतिथि की उपलब्धता । दूसरा विषय संस्था के पुनर्गठन का था, जिसमें एक अंतरिम कमेटी बनाई गई है जो 15 अगस्त की शाम को बैठक कर आगे की रूपरेखा तय करेगी कि संगठन का पुनर्गठन किस प्रकार हो और उसमें कौन-कौन अच्छे सहभागी हो सकते हैं? यह उसके विषय होंगे। तीसरा विषय संस्था को 80