आईटीएस में पांच दिवसीय सेमिनार व नये पाठ्यक्रमों का शुभारंभ

आईटीएस में "डाटा साइंस", "बैंकिंग एंड इंस्युरेन्स",  साइबर सिक्योरिटी, बिज़नेस एनालिटिक्स, डिजिटल मार्केटिंग, क्लाउड कंप्यूटिंग में डिप्लोमा कोर्सेज का शुभारम्भ
साहिबाबाद(एसपी चौहान)।
     आईटीएस मोहन नगर के यूजी कैंपस (बीबीए एवं बीसीए) में शुक्रवार को बीबीए एवं बीसीए के पाठ्यक्रमों के साथ  "बैंकिंग एंड इंस्युरेन्स",  साइबर सिक्योरिटी, बिज़नेस एनालिटिक्स, डिजिटल मार्केटिंग, क्लाउड कंप्यूटिंग में डिप्लोमा कोर्सेज का शुभारम्भ चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर प्रोफेसर एनके तनेजा ने  किया।
      आई टी एस ग़ाज़ियाबाद में यूजी कैंपस (बीबीए एवं बीसीए) एवं आई टी विभाग द्वारा इन्नोवेशन इनक्यूबेशन स्टार्ट ऑफ एंड सर्च चैलेंजेज इन इंडिया विषय पर आयोजित 5-दिवसीय ऑनलाइन समिट का आज समापन होगया।  
      इस आयोजन के मुख्य अतिथि व चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो एनके तनेजा ने सभी प्रतिभागियों को सम्बोधित किया। 
       अपने सम्बोधन में कुलपति ने शिक्षा नीति - 2020 के परिप्रेक्ष्य में स्किल डेवलपमेंट के क्षेत्र में तेज गति से कार्य करने की दिशा में आगे बढ़ने की आवश्यकता बताई।  उन्होंने अपने सम्बोधन में आईटीएस ग़ाज़ियाबाद द्वारा रोजगारपरक शिक्षा प्रदान करने की दिशा में किये जा प्रयासों पर संतोष व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि यह संस्थान अन्य संस्थानों के लिए भी पथ प्रदर्शक का कार्य करेगा। उन्होंने औपचारिक रूप से सत्र २०२१-२०२२ के लिए इंडस्ट्री सर्टिफाइड पाठ्यक्रमों का शुभारम्भ किया। आई टी एस ग़ाज़ियाबाद ने समय से पहले भविष्य की चुनौतियों  को पहचानकर सबसे पहले अपने आपको जिस प्रकार से तैयार भविष्य की चुनौतियों को के लिए तैयार रखा है वह अपने आपने में बहुत प्रन्नता का विषय है। 
     इस अवसर पर महिंद्रा एंड महिंद्रा के पब्लिक ग्रुप अफेयर्स तथा एग्जीक्यूटिव बोर्ड के मेंबर के प्रेसिडेंट  मनोज चुघ ने अपने सम्बोधन में व्यवसाय जगत में चल रहे परिवर्तनों एवं विकास कार्यों पर विस्तार से चर्चा करते हुए कहा कि वर्तमान समय में जिस प्रकार नए अवसर सृजित हो रहे हैं, युवाओं के लिए उद्दमिता विकास एवं नवीन उद्दयम प्रारम्भ करने के लिए सबसे उपयुक्त अवसर है। उन्होंने सरकार द्वारा किया जा रहे प्रयासों एवं उपलब्ध सुविधाओं का उल्लेख करते हुए कहा की इनका लाभ लेकर छात्र अपने उद्द्यम प्रारम्भ करेने की दिशा में प्रयास कर सकते हैं एवं रोजगार के अवसर सृजित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते है।
      इस अवसर पर संस्थान के उपाध्यक्ष अर्पित चड्ढा ने कहा कि एक संस्था के रूप में आईटीएस ने सबसे पहले 2008 में ही बीबीए एवं बीसीए पाठ्यक्रमों के साथ साथ रोजगारपरक इंडस्ट्री सर्टिफाइड डिप्लोमा/ सर्टिफिकेट पाठ्यक्रम में भी शिक्षा प्रदान करने वाला शिक्षण संस्थान बन गया था।  उन्होंने विश्वास दिलाया की संस्था छात्रों को उत्कृष्ट शिक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी संभव सुविधाएँ उपलब्ध कराएं जाएंगी। 
      स्नातक परिसर एवं  आई टी के निदेशक प्रो. सुनील कुमार पांडेय ने अतिथियों के स्वागत करते हुए संस्था द्वारा किये जा रहे प्रयासों का उल्लेख किया। उन्होंने बताया कि आईटीएस में छात्रों को सैद्धांतिक अध्ययन के साथ साथ प्रायोगिक एवं रोजगार  परक शिक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से विभिन्न नवीनतम तकनीकों पर प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है। जिसमें डाटा साइंस ए रोटी बिजनेस एनालिटिक्स, एलओटी, साइबर सिक्योरिटी , मोबाइल एप्लीकेशन डेवलपमेंट, वेब एप्लीकेशन डेवलपमेंट आदि तकनीकों में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना की गयी है। 
       स्नातक परिसर की उप-प्राचार्या प्रो नैंसी शर्मा ने कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की। 
     मुख्य वक़्ता के रूप में अपने सम्बोधन में  लेफ्टिनेंट कर्नल प्रशांत मिश्रा ने कहा की आत्मा विश्वास, एकाग्रचित प्रयास, कठिन परिश्रम तथा अपने लक्ष्य की तरफ लगातार बढ़ने की इच्छाशक्ति एंट्रेप्रेन्योरशिप की पहली सीढ़ी है।  उन्होंने इस प्रक्रिया में सबसे पहली आवश्यकता अपने आस-पास बहुत पैनी नजर रखते हुए समाज, बिज़नेस अथवा सामुदायिक समस्याओं को समझना एवं उसके समाधान की दिशा में धैर्यपूर्वक आगे बढ़ने का प्रयास हमें इसके समाधान के नजदीक ले जाता है एवं सफल होने की संभावना बढ़ा देता है ।  हमें यह ध्यान रखने की आवश्यकता है की किसी समस्या के निदान में समय लगता है इसीलिए धैर्यपूर्वक सतत प्रयास एवं दृढ इच्छाशक्ति के द्वारा ही इसमें सफलता प्राप्त की जा सकती है। 
       कार्यक्रम के अंतिम वक़्ता के रूप में अपने विचार व्यक्त करते हुए इंसीडो इंक के वरिष्ठ निदेशक एवं आई टी के प्रमुख  आर्ची जैक्सन ने सूचन प्रौद्योगिकी के बहुल समावेश एवं इसकी बढ़ती भूमिका पर चर्चा करते हुए साइबर सिक्योरिटी के क्षेत्र में उत्पन्न हो रही चुनौतियों तथा उनके समाधान के लिए हो रहे प्रयासों एवं कार्यों पर विस्तार से चर्चा करते हुए कहा की वर्तमान समय में जी प्रकार आई टी की उपयोगिता बड़ी है, व्यवसाय जगत के सामने अनेक चुनौतियाँ भी आ रही हैं।  उन्होंने अपने सम्बोधन में आगे कहा की यह चुनौतियाँ आज के युवावर्ग के लिए अभूतपूर्व अवसर भी प्रदान कर रही हैं जिसमें न केवल रोजगार सृजन की अपार संभावनाएं हैं वरन नए उद्द्यम प्रारम्भ करने के अवसर भी बढ़ रहे हैं और आज बड़ी संख्या में नित नए स्टार्ट-अप के उभारना इसके प्रमाण है। 

        इस 5दिवसीय ऑनलाइन समिट में देश के सुविख्यात शिक्षाविद, आई टी क्षेत्र के विश्वविख्यात उद्द्यमी , अग्रणी कम्पनीज के संस्थापक , शोधार्थी, सुरक्षा क्षेत्र के विशेषज्ञों तथा साइबर सिक्योरिटी के विशेषज्ञों के साथ- साथ अन्य क्षेत्रों के विख्यात विशेषज्ञों ने सम्बोधित  किया जिनमें प्रमुख रूप से  एकेटीयू लखनऊ के कुलपति प्रो० विनीत कॅन्सल, प्रो० एम एम पंत,एन आईआईटी  टेक्नोलॉजीज के सह-संस्थापक  अरविन्द ठाकुर, मेजर जनरल शशि अस्थाना, लेफ्टिनेंट जनरल के जे सिंह,  बेन टकर, डॉ  बुर्ज़िन भरुचा, डॉ एसपी मिश्रा ,  उपकार सिंह, एस श्रीधर, डॉ आर सी पांडा एवं डॉ देबब्रता नायक सम्मिलित थे। 
       आज इस कार्यक्रम में पूरे देश से 700 से भी अधिक लोगों ने भाग लिया। इसमें बड़ी संख्या में देश की अग्रणी शिक्षण संस्थानों के निदेशक, प्राचार्य, शिक्षक, छात्र एवं वयवसायजगत से जुड़े लोगों ने भाग लिया।

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