गत वित्त वर्ष में सीईएल ने किया बहुत अच्छा प्रदर्शन

वर्ष 2020-21 में सीईएल कंपनी ने किया बहुत अच्छा प्रदर्शन
साहिबाबाद (एसपी चौहान)।
      .भारत सरकार की उपक्रम सेंट्रल इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (सीईएल)साहिबाबाद की कंपनी ने वित्त वर्ष 2020-21 में उत्पादन के क्षेत्र में बहुत अच्छा प्रदर्शन किया है। इस मामले में भारत सरकार ने कंपनी को बहुत अच्छा प्रदर्शन करने का रेटिंग दिया है।
        कंपनी के मीडिया प्रभारी मनोज कुमार शर्मा ने बताया कि सीईएल कंपनी ने वित्तीय वर्ष 2020-21 में उत्पादन के क्षेत्र में बहुत उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है। यह रेटिंग वित्त मंत्रालय के सार्वजनिक उद्यम विभाग द्वारा दी गई है। सीईएल कंपनी का एमओयू स्कोर 100 के पैमाने पर 75.55 रहा है। कंपनी सीईएल कई वर्षों से अपने लाभ का बजट दे रही है। कंपनी ने कोविड-19 महामारी के दौरान भी हर जगह व्यापार और विनिर्माण के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर ख्याति अर्जित की है।       गौरतलब है कि सीईएल कंपनी सौर प्रौद्योगिकी,रेलवे इलेक्ट्रॉनिक्स,इलेक्ट्रॉनिक सिरेमिक और माइक्रोवेव इलेक्ट्रॉनिक्स में अग्रणी संस्थान है।सीईएल कंपनी ने वर्ष 1978 में भारत के पहले सोलर सेल और पहले सोलर माड्यूल का निर्माण कार्य प्रारंभ किया था। 43 वर्षों की अपनी यात्रा में कंपनी सोलर लालटेन, सोलर होम लाइटिंग सिस्टम, सोलर स्ट्रीट लाइट, जल पंपिंग सिस्टम और सौर ऊर्जा संयंत्र आदि विभिन्न सोलर पीवी उत्पादों के माध्यम से देश के दूरदराज के क्षेत्रों में अपनी उत्कृष्ट सेवा दे रही है। हिमालय के दुर्गम बर्फीले क्षेत्रों में भारतीय सशस्त्र बलों के उपयोग के लिए फोल्डेबल सौर मॉड्यूल की आपूर्ति कंपनी कर चुकी है। सीईएल ने भारत के दूरस्थ और दुर्गम स्थानों पर सौर ऊर्जा संयंत्र की स्थापना के अलावा सौर रिक्शा की छत के रूप में उपयोग के लिए विशेष लचीले सौर पैनलों का डिजाइन और निर्माण किया है।ये सौर पैनल पूरे दिन बैटरी की निरंतर चार्जिंग करते हैं और रिक्शा द्वारा एक दिन में तय की जाने वाली दूरी को प्रभावी ढंग से दोगुना कर देते हैं। परिणाम स्वरूप रिक्शा चालकों द्वारा शारीरिक प्रयासों में कमी के साथ-साथ उनकी दैनिक आय में वृद्धि की है। इसके अलावा सीईएल कंपनी ने रेलवे कोचों की छतों पर सोलर पीवी माड्यूल भी स्थापित की है। इससे रेलवे कोचौं की बिजली की जरूरत पूरी हुई है,बिजली की उपलब्धता बड़ी है। यह कंपनी सरकार की विभिन्न स्मार्ट सिटी परियोजना में एक सक्रिय प्रतिभागी की भूमिका निभा रही है और परियोजना प्रबंधन में परामर्श प्रदान करती हैँ 
     कंपनी ने अपने परिसर में कई प्रकार के बिजली  संयंत्रों की डिजाइन को स्थापित किया है जिससे कंपनी का प्रशासनिक भवन की पूरी ऊर्जा आवश्यकता सौर ऊर्जा के माध्यमों से पूरी की जाती है। इसे प्लेटिनम रेटेड प्रतिष्ठित आईजीबीसी ग्रीन मौजूदा बिल्डिंग अवार्ड मिला है। कार पार्किंग क्षेत्र को कवर करने के लिए विशेष रूप से डिजाइन और निर्मित सौर पैनलों का उपयोग करते हुए चार बीआईपीवी बिजली संयंत्र है,जो रेलवे प्लेटफार्म औद्यौगिक शैड,गोदामों आदि के लिए प्रदर्शन संयंत्र के रूप में कार्य कर रहे हैं।
       यह कंपनी आरडीएसओ अनुमोदित रेलवे सुरक्षा और सिगनलिंग सिस्टम का देश का अग्रणी निर्माता है इसकी बाजार हिस्सेदारी 60प्रतिशत है और यह नई पीढ़ी के फेल सेफ रेलवे सिगनलिंग और सुरक्षा प्रणालियों के विनिर्माण का कार्य कर रही है।कंपनी भारत सरकार की मेक इन इंडिया पहल को पूरा करते हुए भारत की राष्ट्रीय प्रयोगशालाओं द्वारा विकसित प्रौद्योगिकियों को लेकर और राष्ट्रीय प्रयोगशालाओं निर्माता प्रमोटर के बीच साझा मंच स्थापित करके सामरिक और रक्षा अनुप्रयोगों के लिए महत्वपूर्ण उत्पादों का निर्माण कर रही है। जिसमें मिसाइलों के लिए सिरेमिक, रेडियो रडार के लिए पीसीएम,इसरो कज लिए सर्कुलेटर और आइसोलेटर्स, बाडी आर्मस, सीमा सुरक्षा के लिए लेजर फेंसिंग सिस्टम और हवाई जहाजों की सुरक्षित लैंडिंग के लिए दृष्टि उपकरण शामिल हैं ।कंपनी विभिन्न स्थानों में एकीकृत सुरक्षा और निगरानी को भी क्रियान्वित कर रही है।

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