माकपा का महंगाई और बेरोजगारी खिलाफ प्रदर्शन

महंगाई और बेरोजगारी के खिलाफ प्रदर्शन
साहिबाबाद(एसपी चौहान)।
वाम दलों के आह्वान पर महंगाई और बेरोजगारी के खिलाफ 25 से 31 मई 2022 तक देश-व्यापी विरोध प्रदर्शन के क्रम में शुक्रवार  को सीपीआई (एम) गाजियाबाद के कार्यकर्ताओ द्वारा सफदर हाशमी स्मारक साइट4 साहिबाबाद से झंडापुर तक जलूस निकाला गया ।बाद में  चौराहे पर एक सभा कॉमरेड ईश्वर त्यागी की अध्यक्षता में  की गयी। 
         सभा को संबोधित करते हुए सीपीआई (एम) के जिला सचिव बी केएस चौहान ने कहा कि हमारे देश में महंगाई लगातार छलांग मारती जा रही है और गरीब जनता महगाई के बोझ से दबी जा रही है। इस महंगाई और बेरोजगारी का सर करोड़ों लोगों के जीवन पर पड़ रहा है। आम आदमी महंगाई और बेरोजगारी की मार के नीचे दबता चला जा रहा है।पिछले एक साल में पेट्रोलियम उत्पादों की कीमतों में 70 प्रतिशत, सब्जियों में 20 प्रतिशत, खाना पकाने के तेल में 23 प्रतिशत और अनाज की कीमतों में 8 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई है। करोड़ों भारतीयों के मुख्य आहार गेहूं की कीमत में 14 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि देखी जा रही है, जिससे गेंहूँ लोगों की पहुंच से बाहर हो गई है। गेहूं की सरकारी खरीद घटी है। केंद्र सरकार ने पिछले साल के मुकाबले आधी से भी कम गेंहूँ की खरीद की है। 4.44 हजार करोड़ टन के लक्ष्य के मुकाबले इस साल खरीद मात्र 2 हजार करोड़ टन से अधिक नहीं होगी।पेट्रोलियम उत्पादों और रसोई गैस सिलेंडर की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी और गेहूं की भारी कमी इस चौतरफा महंगाई को बढ़ा और रही है। कोयले की कमी के कारण बिजली की लागत लगातार बढ़ रही है।
      इन परिस्थितियों में वामपंथी दलों की मांग है कि केंद्र सरकार को सभी पेट्रोलियम उत्पादों पर जितने भी उपकर/अधिभार हैं उन्हें तुरंत वापस लेने चाहिए और कीमतों में बढ़ोतरी, विशेष रूप से रसोई गैस सिलेंडरों की कीमतों को वापस लेना चाहिए। सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) के माध्यम से गेहूं की आपूर्ति बहाल की जानी चाहिए। इस महंगाई पर लगाम लगाने के लिए सार्वजनिक वितरण प्रणाली को मजबूत करना होगा।वामपंथी दलों की माँग है कि
पेट्रोलियम उत्पादों पर सभी अधिभार/उपकर वापस लिया जाय,सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) के माध्यम से गेहूं की आपूर्ति की जाय,सभी आवश्यक वस्तुओं, विशेषकर दाल और खाद्य तेल का वितरण करके सार्वजनिक वितरण प्रणाली को मजबूत किया जाय, प्रत्यक्ष नकद हस्तांतरण को बढ़ाकर सभी गैर-आयकर भुगतान करने वाले परिवारों को प्रति माह 7,500 रुपये भत्ता दिया जाय, मनरेगा के लिए आवंटन बढ़ाया जाए, बेरोजगारी भत्ते के लिए एक केंद्रीय योजना का कानून बनाया जाए,शहरी इलाकों के लिए रोजगार गारंटी योजना का कानून बनाया जाए तथा
तमाम खाली पदों पर तुरंत बहाली की जाय।
       आज के प्रदर्शन में कामरेड नीरू सिंह, रविंद्र कुमार, बसंती देवी, रेणु झा, गीता देवी, टूना देवी, देवेंद्र शर्मा, गामा प्रसाद, जीत बहादुर सिंह, तोताराम,ईश्वर झा, फूलचंद,मनोज शाह, संजय सिंह, अनिल पांडे, पिंकी देवी, सीता देवी, रघुनाथ मिश्रा, खड़क सिंह, आदि बड़ी संख्या में कार्यकर्ता शामिल थे।
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