अनिरुद्ध खेतान बने संस्था खुशी के अध्यक्ष

कपिल देव की चैरिटी संस्था ‘खुशी’ को मिला नया नेतृत्व
साहिबाबाद (एसपी चौहान)। 
       अनिरुद्ध खेतान को चैरिटी संस्था खुशी का नया अध्यक्ष चुना ग यह आ है। कोषाध्यक्ष के रूप में 3 साल सेवा देने के बाद सर्वसम्मति से बोर्ड और वरिष्ठ नेतृत्व टीम द्वारा उन्हें गैर-सरकारी संगठन  "खुशी" का अध्यक्ष चुना गया है।
          सुप्रसिद्ध भारतीय क्रिकेटर कपिल देव ने 2003 में खुशी की स्थापना की थी जो  शिक्षा के माध्यम से बच्चों की जिन्दगी बदलने में विश्वास रखती है तथा उनके सर्वांगीण विकास पर केंद्रित रहती है। इसका पहला प्रोजेक्ट - ‘द नीमराना प्रोजेक्ट’ - जन-जन से जुड़ने में सफल रहा। इसके तहत गांव और शहर के 4,80,000 लोगों  से संपर्क कर उनकी निगरानी और आकलन किया गया।आज खुशी के लगभग 50,306 लाभार्थी हैं जिसके भारत के 12 राज्यों के तहत 48 स्कूलों और 12 शिक्षण केंद्रों में मौजूद हैं। बच्चों के सही मानसिक विकास के लिए एक ‘मनोशक्ति विंग’ और जीवन कौशल के विकास के लिए एक ‘शिक्षा और विकास प्रभाग’ है जो खुशी के 43 कॉर्पाेरेट भागीदारों के समर्थन से कार्यरत हैं। कॉर्पोरेट जगत का लंबे समय से जुड़ाव और समर्थन खुशी की विश्वसनीयता और प्रभाव के बारे में बहुत कुछ कहता है।
      श्री खेतान इसके अतिरिक्त खेतान शिक्षा केंद्र के उपाध्यक्ष भी हैं जिसके तहत वर्तमान में खेतान पब्लिक स्कूल, साहिबाबाद का संचालन किया जा रहा है। वे बंगाल एजुकेशन सोसाइटी के निदेशक भी हैं जिसके तहत खेतान वर्ल्ड स्कूल, गाजियाबाद का संचालन किया जाता है। श्री खेतान फिक्की अराइज (एलायंस फॉर री-इमेजिनिंग स्कूल एजुकेशन) के सह-अध्यक्ष भी हैं। यह पूरे भारत के स्कूलों का देशव्यापी संगठन है। वे शिक्षा को विकसित राष्ट्र की नींव मानते हैं। शिक्षा सेवा में उनके विश्वास, अनुभव और विशेषज्ञता के साथ खुशी निस्संदेह अपनी अमिट पहचान रखती है।

एक-एक जरूरतमंद बच्चे तक पहंुचने की अहमियत बताते हुए श्री खेतान ने कहा, ‘‘जहां तक संभव हो एक-एक बच्चे तक पहुंचना अत्यावश्यक है। मेरा संकल्प है कि वर्ष 2025 के अंत तक खुशी की पहंुच बढ़ाते हुए 2,50,000 बच्चों को इसका लाभ देंगे। मैं हमारे लंबे समय से संरक्षक, कॉर्पाेरेट भागीदार, साथी पदाधिकारी लोग और जुनून से काम करने वाली टीम के लगातार सहयोग से यह महत्वाकांक्षी लक्ष्य प्राप्त करने को लेकर उत्साहित हूं।

‘‘श्री कपिल देव का सपना था कि ‘खुशी’ प्रत्येक बच्चे को खुशहाल जिन्दगी और उज्जवल भविष्य दे और एक भी बच्चा पीछे ना छूटे। हम ने खुशी के इस सफर को सफल बनाने की जिम्मेदारी उठाई है।’’

खुशी का काम हमारे देश के बच्चों का उज्जवल भविष्य सुनिश्चित करने पर केंद्रित है। गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की पहुंच से दूर बच्चों को अच्छी शिक्षा की सुविधा सुनिश्चित करना खुशी का लक्ष्य है और सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि बच्चों के सामाजिक और भावनात्मक स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखा जाए।.

Regards,
Uday Singh
9582180149

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