राजपूतों का इतिहास शौर्य और बलिदान का रहा है

मधी क्षेत्र  राजपूत सभा ने मनाया20वां स्थापना दिवस
 साहिबाबाद(एसपी चौहान)।
       सेक्टर 1 वसुंधरा स्थित एक शिक्षण संस्थान में मधी क्षेत्र राजपूत सभा गाजियाबाद द्वारा अपना 20वां स्थापना दिवस मनाया। इस अवसर पर समाज की अनेक हस्तियों को सम्मानित किया गया। यह आयोजन विशुद्ध रूप से पारिवारिक आयोजन था जिसका सामाजिक मिलन/भोजन के उपरांत समापन हो गया।इस अवसर पर मढ़ी क्षेत्र राजपूत सभा गाजियाबाद की एक स्मारिका का भी विमोचन हुआ।
         संस्था के अध्यक्ष राम औतार सिंह ने अपनी संस्था के उद्देश्यों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यह संस्था बिजनौर ,मुरादाबाद, अमरोहा तथा उधम सिंह नगर के मूल निवासियों से मिलकर बनी है जिसे मधी क्षेत्र कहा जाता है। संस्था से जुड़े लोग दिल्ली एनसीआर क्षेत्र में निवास करते हैं और अपने कारोबार करते हैं। उन्होंने आगे कहा कि राजपूतों का इतिहास शौर्य और बलिदान का रहा है और हमेशा से ही राजपूत ने अपनी देश की रक्षा के लिए अपना सब कुछ न्योछावर कर दिया है।
       कार्यक्रम की शुरुआत समाज के प्रमुख व्यक्तियों द्वारा दीप प्रज्वलन के साथ हुई। समारोह की अध्यक्षता डॉक्टर वीएस चौहान ने की।
    समारोह की विशिष्ट अतिथि एवं खिलाड़ी अलका तोमर ने इस बात पर अफसोस प्रकट किया कि क्षत्रिय समाज की लड़कियां खेलकूद अथवा अन्य सामाजिक सरोकार और राजनीतिक सरोकार के कार्यक्रमों में भाग लेने में रुचि नहीं दिखातीं। उन्होंने कहा कि उन्होंने 2006 में काश्य पदक जीता  और 2008 में उन्हें अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया। वे सिसौली की रहने वाली है जहां उन्होंने लड़के- लड़कियों को खेलकूद में पारंगत करने के लिए एक अकादमी बनाई हुई है।
    इस अवसर पर चंद्रयान टीम में शामिल रहे मयंक राणा ने अपने अनुभव बताएं तथा उन्होंने अपना आदर्श पूर्व राष्ट्रपति एवं वैज्ञानिक अब्दुल कलाम को बताया। वरिष्ठ आईएएस भागीरथ सिंह ने युवाओं का आह्वान किया कि वह आगे आए और उच्च शिक्षा लेकर देश की सेवा करें। इस अवसर पर एक बालिका द्वारा भरतनाट्यम नृत्य प्रस्तुत किया, जिसकी काफी सराहना हुई।
     ओज के कवि अक्षय प्रताप अक्षय तथा मनोज कुमार मनोज ने महाराणा प्रताप, पृथ्वीराज चौहान तथा अन्य राजपूत राजाओं की शौर्य गाथा कविता के माध्यम से प्रस्तुत की। गौ रक्षा दल के विकास चौहान ने इस अवसर पर कहा कि क्षत्रियों के बिना हमारे देश का इतिहास अधूरा है। इतिहास गवाह है कि क्षत्रियों ने कभी किसी दवे कुचल पर हमला नहीं किया बल्कि उनकी रक्षा अपने प्राणों को न्योछावर कर की। लेकिन देश के वामपंथियों इतिहासकारों ने अपने निजी स्वार्थ के वशीभूत क्षत्रियों को बदनाम करने में कोई कमी नहीं छोड़ी। 
     कार्यक्रम का संचालन पूनम सिंह चौहान ने किया। इस अवसर पर संस्थान के महासचिव नरपाल सिंह ने उपस्थित लोगों का परिचय करवाया तथा उन्होंने अपनी संस्था के विषय में बताया, कि उनकी संस्था दिल्ली एनसीआर में करीब 800 परिवारों को एक साथ जोड़ा है। उनकी संस्था का उद्देश्य अपने क्षेत्र के सभी राजपूतों को एकत्रकर उनके सुख दुख में भागीदारी बनने, शिक्षा, विवाह तथा आर्थिक, प्रशासनिक राजनीतिक सहायता प्रदान करना है तथा अन्य समाज के साथ मिलकर राष्ट्र की सेवा करना है।
      समारोह में  अखंड राजपूताना सेवा संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष केपी सिंह ,हरपाल सिंह चौहान,डा. सौरभ राजपूत, गुल शेर सिंह, तेजवीर सिंह ,योगेश कुमार, सत्येंद्र सिंह,अतेंद्र पियूष चौहान, शैलेंद्र सिंह चौहान,बिजेंद्र सिंह चौहान, प्रदीप कुमार चौहान, सुशील कुमार,अनिल कुमार ,नितिन चौहान, वेद प्रकाश सिंह चौहान, संजीव सिंह चौहान, एसपी सिंह चौहान, वीरेंद्र सिंह ,रविंद्र सिंह शेखावत, एमपी सिंह तथा प्रर्वेंद्र सिंह शेखावत आदि उपस्थित थे।

Comments

Popular posts from this blog

निर्वाण फाउंडेशन ने शस्त्र पूजन के साथ मनाया दशहरा पर्व

मूर्ति स्थापना के संदर्भ में भारत सरकार के रक्षा मंत्री से मिले केपी सिंह

वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप की मूर्ति पहुंची वसुंधरा,जल्दी होगी स्थापना