समाज सेवा में रामकली प्यारेलाल जन सेवा पीठ ने किया अनेक लोगों का सम्मान

समाज सेवा के क्षेत्र में अनेक लोगों  का हुआ सम्मान 
साहिबाबाद(एसपी चौहान)।
 रामकली प्यारेलाल जन सेवा पीठ और आर्यन अकादमी जूनियर हाई स्कूल द्वारा रविवार को श्याम पार्क मेन स्थित आर्यन अकादमी जूनियर हाई स्कूल परिसर में विभिन्न क्षेत्रों में सराहनीय काम करने वाले एक दर्जन के करीब लोगों को सम्मानित किया गया। सम्मान समारोह की यह दूसरी कड़ी थी। समारोह का संचालन स्कूल प्रबंधक संजीव गौड़ ने किया।
      संजीव गौड़ ने बताया कि उनकी संस्था रामकली प्यारेलाल जन सेवा पीठ और आर्यन अकादमी जूनियर हाई स्कूल मिलकर समाज सेवा के क्षेत्र में अच्छा काम करने वाले लोगों को सम्मानित करती है। यह उनका दूसरा प्रयास है। आज के समारोह में प्रमुख रूप से कर्नल जेएल तुली की पत्नी श्रीमती उषा तुली, श्रीमती रत्ना गौड़, श्रीमती जया गुप्ता मुख्य अतिथि के तौर पर उपस्थित थीं। इस। अवसर पर कर्नल जेएल तुली डॉक्टर सत्यदेव राय,डॉक्टर देवकरण सिंह चौहान, डॉक्टर हरिशंकर गौड़, राजेश सिंह, डॉक्टर राजेश तोमर, डॉक्टर शवचरण कौशिक, ज्ञानचंद शर्मा, सत्यम कौशिक, श्री भगवान वर्मा, प्रधानाचार्य बृजेश जादौन,

महिपाल सिंह बैसला,हरि सिंह ,विनय जरीवाल ,अमित चौधरी, मुकेश शर्मा तरुण साहनी, विनायक गौड़, अंकित तिवारी ,संदीप गौड़, सत्यम कौशिक, राकेश कौशिक, ज्ञानचंद शर्मा , हुकुम सिंह कश्यप ट्विंकल और ज्योति इत्यादि उपस्थित थे।
     इस अवसर पर जया गुप्ता, चौधरी श्रीपाल सिंह, डॉक्टर शिवचरण कौशिक, वीर सिंह सेन, अरविंद गोयल,अनिल अग्रवाल, गुरदीप सिंह सलूजा, बलराज कसाना, धर्मेंद्र शर्मा ,आदि को प्रतीक चिन्ह और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।
      यह सम्मान समाज सेवा तथा अन्य क्षेत्रों में सराहनीय योगदान के लिए प्रदान किए गए। समारोह का समापन अतर्रा महाविद्यालय के पूर्व प्रधानाचार्य डॉक्टर वीएल गोड़ ने किया। इस अवसर पर डॉक्टर सत्यदेव राय ने अनुशासन की आवश्यकता पर जोर दिया।  उन्होंने कहा कि समाज हो या देश या कोई विभाग अनुशासन सबके लिए जरूरी है।
  डॉक्टर वीशन लाल गौड़ ने अपने संबोधन में युवाओं को आवाहन किया कि वह बुजुर्गों के पीछे चलना छोड़ें नया युग है आगे आकर के देश को संभालें।
      समारोह के विशिष्ट स्थिति कर्नल जेएल तुली की सराहना करते हुए संजीव गौड़ ने बताया कि 1932 में जन्मे श्री तुली 1954 से लेकर 1985 तक सेना की  सेवा में  रहे तथा तब से लेकर आज तक वह विभिन्न सामाजिक संगठनों में अनेक सामाजिक दायित्व को पूरा कर रहे हैं। 91 वर्ष की उम्र में उनमें वही ऊर्जा है जो कभी जवानी की उम्र में हुआ करती थी।

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