पूज्य तन सिंह जी की जन्म शताब्दी मनेगी 28जनवरी को नेहरू स्टेडियम दिल्ली में



क्षत्रिय युवक संघ की यात्रा का एनसीआर में हुआ भव्य स्वागत
साहिबाबाद (एसपी चौहान)।
क्षत्रिय समाज के अग्रणी नेता रहे पूज्य तन सिंह जी का जन्मशताब्दी समारोह मनाने के लिए दिल्ली एनसीआर में जनसंपर्क अभियान तेज गति से चल रहा है। इस सिलसिले में क्षत्रिय युवक संघ के समर्थन में एक यात्रा महेंद्र सिंह के नेतृत्व में दिल्ली एनसीआर क्षेत्र में जारी है। यह यात्रा शुक्रवार के दिन रात 9 बजे वसुंधरा पहुंची और यहां केपी सिंह के आवास पर यात्रा में शामिल लोगों रेवत सिंह धीरा, राय सिंह, महेंद्र सिंह ,इंदू सिंह, जोगराज सिंह तथा ऊगम सिंह ने रात्रि का भोजन कर विश्राम किया। भोजन की व्यवस्था श्रीमती उषा सिंह और सीमा भदोरिया द्वारा  की गई। विश्राम से पहले भगवान की भक्ति के भजन गए और कीर्तन किया। रविवार को नेहरू स्टेडियम दिल्ली में जन्म शताब्दी समारोह के लिए आयोजित की गई यात्रा की पूर्हणाहुति दी जायेगी तथा 28जनवरी की हम सभी मिलकर जन्म शताब्दी वर्ष
 मनाएंगे।
      शनिवार की सुबह महाराणा प्रताप चौक  वसुंधरा होते हुए यात्रा इंदिरापुरम में प्रवेश कर गई।आज यात्रा नोएडा में जारी है।
     जनसंपर्क अभियान में क्षत्रिय युवक संघ के महेंद्र सिंह तंवर ( छात्र जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी निवासी जोधपुर )अखंड राजपूताना सेवा संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष केपी सिंह अपने साथी वीपी सिंह,अभय सिंह, एसपी सिंह ,प्रेमपाल सिंह तथा एसपी चौहान के साथ चल रहे हैं। 
      दिल्ली एनसीआर क्षेत्र में यह यात्रा धूम (दादरी) से चलकर वसुंधरा पहुंची थी। इसके बीच में विसाहड़ा, रसूलपुर, पियावली, ऊंचा गांव, खगोड़ा, जारचा, समाना, सपनावत, नारायणपुर, धौलाना, ककराना कंदोला में पहुंची। इस क्षेत्र को गहलोत राजपूत का साठा  बोलते हैं। कदोंला में रात्रि विश्राम के बाद यह यात्रा गांव बझेड़ा ,लाखन, गालंद सिखेड़ा, खेड़ा ,पिलखुवा, अचपल गाड़ी ,डूहरी ,अनवरपुर, कस्तला, मुकीमपुर, अतरौली, महमूदपुर, फरीदनगर होते हुए मोदीनगर बस स्टैंड पर पहुंची और यहां से मोदी सुगर मिल यात्रा रवाना हुई। तदुपरांत मुरादनगर यात्रा पहुंची। यहां गाजियाबाद प्रशासन की ओर से पुलिस की गाड़ी ने एस्कॉर्ट किया। यह यात्रा इसके उपरांत राजनगर एक्सटेंशन, नंदग्राम, राजेंद्र नगर, करहैड़ा, मोहन नगर, झंडापुर, कड़कड़, वैशाली होते हुए वसुंधरा पहुंची। यहां यात्रा को रात्रि विश्राम करना था। शनिवार को सवेरे महाराणा प्रताप चौक वसुंधरा होते हुए यात्रा अनिल तोमर पार्षद के नेतृत्व में इंदिरापुरम पहुंची और वहां से राकेश चौहान के सानिध्य में नोएडा के लिए प्रस्थान कर गई।इस यात्रा में जो विशेष सहयोगी रहे उनमें  ललित राणा, धीरज तोमर, भानु सिसोदिया, रमेश राघव, वरुण पुंडीर, भूपेंद्र सिंह एडवोकेट, विवेक भदोरिया, सतीश दाहिमा, आरसीएस कुशवाहा,मुनेश चौहान झंडापुर,राम विलास झंडापुर का सहयोग रहा। इसी तरह से अजय तोमर, प्रदीप सोलंकी ,सुखबीर सिंह सोलंकी का विशेष सहयोग रहा। मोदी नगर में समय सिंह सिसोदिया जो राजपूत सभा के अध्यक्ष भी हैं और महाराणा प्रताप भवन के अध्यक्ष भी हैं, जगपाल सिंह चौहान रवि कठेरिया, आरपी जादौन, दीपक सिसोदिया, विनोद कुमार सिंह अनिल चौहान अभिनव सिंह राज नगर एक्सटेंशन से महेंद्र प्रताप सिंह ठाकुर अरुण सिंह शशांक सिंह नंदग्राम से सत्यपाल सिंह राघव वैशाली से नीलू सिंह, दिनेश , मुरादनगर में गुलशन राजपूत, नागेश तोमर भूपेंद्र तोमर , ब्रह्म सिंह राणा, अवतार राणा, आशु तोमर गालंद, दीपक तोमर, सिंटू तोमर, सुशील राणा, राहुल राणा, सुधीर तोमर, नकुल तोमर, कविता सिंह,भूलेंद्र तोमर अनिल राणा आदि का विशेष सहयोग रहा। दिल्ली एनसीआर क्षेत्र में इस यात्रा को भरपूर समर्थन मिला तथा क्षेत्र के लोगों ने बता दिया कि  वे पूजनीय तन सिंह जी के जन्म शताब्दी वर्ष मनाने के लिए किसी से पीछे नहीं हैं।
       एक संदेश यात्रा पूज्य तन सिंह जी के पैतृक गांव बेरसियाला (पाकिस्तान बॉर्डर)जैसलमेर के गांव से चल रही है। रविवार को यात्रा का आखिरी पड़ाव नेहरू स्टेडियम दिल्ली में होगा यहां पूज्य तन सिंह जी की जन्म शताब्दी मनाई जाएगी। यात्रा के दिल्ली में प्रवेश मयूर विहार सेकंड विनोद नगर से होगा,जिसमें क्रिकेटर रवींद्र जडेजा की पत्नी व विधायक रिबाबा जडेजा व निर्दलीय विधायक रविंद्र भाटी (जैसलमेर) मुख्य अतिथि के तौर पर इस यात्रा में भाग लेंगे।
        गौर तलव है कि पूज्य तन सिंह जी ने1946में क्षत्रिय युवक संघ की स्थापना की थी तथा वह दो बार निर्दलीय विधायक  बाड़मेर से रहे। दो बार सांसद रहे जैसलमेर और बाड़मेर से 1950 में बाड़मेर के चेयरमैन चुने गए थे। 1952 और 1957 में दो बार वे निर्दलीय विधायक चुने गए। इसके बाद 1962 व 1977में वे दो बार निर्दलीय सांसद चुने गए थे। 56 साल की उम्र में उनका निधन हो गया। यहां यह स्मरणीय है कि 19779 में सांसद का चुनाव लड़ने के लिए अपना नामांकन भर आए थे लेकिन जव वे अपनी मां के पास आशीर्वाद लेने गए तो मां की गोद में ही उन्होंने अंतिम सांस ली। वे जव 3 वर्ष के थे तब उनके पिता का  निधन हो गया था। लेकिन प्रतिभा के धनी पूज्य तन सिंह जी एक साधारण से परिवार में जन्म लेकर हर क्षेत्र में यहां तक कि शिक्षा में भी सर्वोत्तम रहे।
     यह कहने की जरूरत नहीं है कि क्षत्रिय समाज के लिए पूज्य तन सिंह जी ने क्या-क्या सामाजिक कार्य किये और क्या समाज को नई दिशा दी।
     जनसंपर्क के दौरान  लोगों में भी काफी उत्साह देखने को मिल रहा है। इस समारोह को धूमधाम से मनाने के लिए इस बार क्षत्रिय समाज सक्रियता से भाग लेरहा है।

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