समाज की रक्षा करना क्षत्रिय का धर्म है-चेन्नई सम्मेलन
समाज की रक्षा करना ही क्षत्रिय धर्म
चेन्नई (एसपी चौहान)।
चेन्नई में वन्निया कुल क्षत्रिय समाज द्वारा प्रथम आध्यात्मिक सम्मेलन का आयोजन किया गया। जिसमें पूरे देश के क्षत्रिय समाज के विद्वानों , आध्यात्मिक गुरुओं तथा समाज के प्रमुख लोगों ने भाग लिया। इस सम्मेलन की विशेषता यह थी कि क्षत्रिय समाज की पहचान , क्षत्रिय समाज की रक्षा करना बताया गया।
25 फरवरी को वन्निया कुल क्षत्रिय समाज का यह प्रथम आध्यात्मिक सम्मेलन अपने आप में एक महत्वपूर्ण संदेश छोड़कर गया है जिसमें क्षत्रिय का धर्म समाज की रक्षा करना बताया गया। मुरुगन टॉवर्स रेडियल रोड पल्लवरम चेन्नई में आयोजित इस समारोह में दक्षिण तथा उत्तर के प्रमुख क्षत्रियों ने भाग लिया। जिनमें प्रमुख रूप से अन्य लोगों के अलावा अखंड राजपूताना सेवा संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष ठाकुर केपी सिंह, गाजियाबाद दूधेश्वर नाथ मंदिर के महंत नारायण गिरी, हरिद्वार के पूज्य संत स्वामी विज्ञानानंद जी महाराज, दिल्ली के कुंवर अवनीश सिंह युवा क्षत्रिय नेता, अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के अध्यक्ष महेंद्र सिंह तंवर कुरुक्षेत्र एवं करणी सेना के अध्यक्ष महिपाल सिंह मकराना आदि प्रमुख रूप से थे। सम्मेलन में विभिन्न धार्मिक स्थलों के करीब दो दर्जन संतो ने इस आयोजन में भाग लिया। सम्मेलन जयराम मनी और निजालिंगम नायकर के सानिध्य में संपन्न हुआ।सभी का स्वागत नागेश जी एवं जगमोहन नायकर पेरीमलम किसान नेता और उनकी टीम द्वारा किया गया। यह स्वागत सबसे पहले रेलवे स्टेशन पर किया गया एवं श्री रानी महल में अतिथियों को ठहराया गया। कोयंबटूर से लोकेंद्र चौहान ,पांडिचेरी राम सिंह जी , ठाकुर ए करुणाकरन, ठाकुर सी सुब्रह्मण्यम चेन्नई, ठाकुर हरी सिंह, ठाकुर गोपी कुमार सोजहन, ठाकुर कृपा करन, ठाकुर चेलया नायकर, ठाकुर पेरीमलम, ठाकुर नटराजन चेन्नई आदि ने इस आयोजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। बाद में चेन्नई के मशहूर पर्यटन स्थल तथा कोयंबटूर के आदि गुरु जग्गी जी महाराज के आश्रम में दर्शन कराये गए। महत्वपूर्ण बात या रही कि आयोजन अपना उद्देश्य पूरा करने में सफल रहा।






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