वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप की मूर्ति पहुंची वसुंधरा,जल्दी होगी स्थापना
वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप की वसुंधरा चौक पर मूर्ति स्थापना का सपना पूरा होने में अब ज्यादा देर नहीं
साहिबाबाद(एसपी चौहान)।
अखंड राजपूताना सेवा संस्थान और वसुंधरा कल्याण समिति का सपना जल्द पूरा होने जा रहा है। वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप की मूर्ति स्थापना का सपना वसुंधरा कल्याण समिति ने सजोया था और उसको मूर्त रूप देने के लिए खंड राजपूताना सेवा संस्थान द्वारा लगातार प्रयास किया जा रहे थे। वह सपना अब लगभग पूरा हो चुका है, मूर्ति गाजियाबाद आ गई है और चुनाव के कारण जारी निषेधाज्ञा हटने के बाद उचित मुहूर्त में मूर्ति स्थापना की जाएगी।
अखंड राजपूताना सेवा संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष केपी सिंह ने बताया कि मूर्ति करीब 13.5 कुंतल वजन की अष्टधातु की बनी है। प्रतिमा 13.6फीट ऊंची है। वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप अपने चेतक घोड़े पर युद्ध पर जाने की मुद्रा में बैठे हैं। यह मूर्ति क्षत्रिय समाज के लोगों को उनकी वीरता और शौर्य को याद दिलाती रहेगी। क्योंकि इस समय लोकसभा के चुनाव चल रहे हैं और निशेधाज्ञा जारी है ,इसलिए मूर्ति स्थापना नहीं की जा सकती। मूर्ति को जयपुर से लाकर सुरक्षित स्थान पर रख दिया गया है। जैसे ही निषेधाज्ञा खत्म हो जाएगी मूर्ति को उसके चबूतरे पर स्थापित कर दिया जाएगा। इसके बाद उपयुक्त मुहूर्त देखकर के मूर्ति का अनावरण होना है।
केपी सिंह ने बताया कि इस मूर्ति में क्षत्रिय समाज के अनेक लोगों ने भामाशाह की भूमिका निभाई है। कोरोना काल में हताशा और निराशा का दौर रहा इसलिए मूर्ति स्थापना में देरी हुई ,इसके लिए हम क्षमा प्रार्थी हैं । लेकिन बहुत जल्दी ही मूर्ति की स्थापना होगी। उनका यह भी कहना था की मूर्ति को प्रसिद्ध मूर्तिकार लक्ष्मण व्यास द्वारा तैयार किया गया है जो जयपुर के ही नहीं बल्कि देश के जाने-माने मूर्तिकारों में से एक हैं। मूर्ति की स्थापना में राजपूत सभा जयपुर का भी उन्हें सहयोग मिला है और वहां से मूर्ति को प्रस्थान करते समय राजपूत सभा जयपुर के अनेक पदाधिकारी ने वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप की मूर्ति को विदाई दी। इसके लिए वह उनके भी आभारी हैं। यहां से मूर्ति लेने के लिए संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष केपी सिंह, राष्ट्रीय महासचिव वीपी सिंह, कोषाध्यक्ष बीबी सिंह , अभय सिंह और तकनीकी सहायक के तौर पर सीएल गुप्ता गये थे।
वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप की मूर्ति के मामले में राजपूत सभा जयपुर के अध्यक्ष राम सिंह चंदलाई, उपाध्यक्ष प्रताप सिंह राणावत, संगठन मंत्री धीर सिंह शेखावत, सह मंत्री मोहन सिंह बगड़, कोषाध्यक्ष प्रद्युमन सिंह मूंडरू,कार्यकारी सदस्य एडवोकेट गजराज सिंह राजावत कैलाई तथा अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा जयपुर के उपाध्यक्ष मानसिंह राठौर का विशेष सहयोग रहा। इस मौके पर संस्था के राजस्थान प्रभारी शिव सिंह भुरटिया भी मौजूद थे।
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