रज्जू भैया सैनिक स्कूल एनडीए के लिए सेनाधिकारी देने में होगा मददगार

रज्जू भैया सैनिक स्कूल के लिए प्रवेश परीक्षा 9 फरवरी से 
साहिबाबाद (एसपी चौहान)।
    विद्या भारती अखिल भारतीय शिक्षा संस्थान द्वारा स्थापित रज्जू भैया सैनिक विद्या मंदिर के लिए छात्रों की प्रवेश परीक्षा 9 फरवरी 2025  को होगी। इस परीक्षा के लिए कक्षा 6 के लिए आवेदन फॉर्म ऑनलाइन व ऑफलाइन भरे जा रहे हैं। अखिल भारतीय स्तर पर कुल 21 केंद्र परीक्षा के लिए बनाए गए हैं जिनमें से एक केंद्र साहिबाबाद  स्थित स्वामी विवेकानंद सरस्वती विद्या मंदिर राजेंद्र नगर है। 
       रज्जू भैया सैनिक विद्या मंदिर के संदर्भ में विद्या भारती द्वारा आयोजित प्रेस वार्ता में राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष  जैन पाल जैन, सीएल बरेजा अध्यक्ष और स्वामी विवेकानंद सरस्वती विद्या मंदिर परीक्षा केन्द्र अध्यक्ष कैलाश राघव ने बताया कि देशभर में विद्या भारती की ओर से 12हजार स्कूल संचालित हैं जिनमें से रज्जू भैया सैनिक विद्या मंदिर एक अलग तरह का विद्यालय अलग से है, जहां एनडीए परीक्षा के लिए छात्रों को तैयार किया जाएगा। इस विद्यालय में कक्षा 6 से 12वीं तक की शिक्षा दी जाएगी और यह विद्यालय सीबीएसई से एफिलिएटिड है। यह विद्यालय गांव खंडवाया शिकारपुर जिला बुलंदशहर में 32 बीघा जमीन पर बसाया गया है। इस विद्यालय में छात्रों की पढ़ाई भारतीय संस्कृति और राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर आधारित होगी जिसमें शुरू से ही छात्रों में देशभक्ति की भावना जागृत कर उन्हें इस तरह से अनुशासित किया जाएगा जिससे कि वे एनडीए की परीक्षा के लिए एक आदर्श सैनिक बनें। 
    यह विद्यालय पूरी तरह से आवासी रहेगा। इसमें अब तक 16 राज्यों के बालक शिक्षा ले रहे हैं।  विद्यालय में शहीद सैनिकों के बच्चों को निशुल्क शिक्षा प्रदान की जाएगी तथा नॉर्थ ईस्ट जम्मू के छात्रों का आधा शुल्क माफ होगा। अन्य छात्रों के लिए साल भर में 1लाख75हजार शुल्क देनी होगी। 130 करोड़ के इस प्रोजेक्ट में अब तक करीब 20 करोड रुपए खर्च हो चुका है। विद्यालय की योजना एनडीए के लिए 50प्रतिशत जवानों को तैयार कर देना संस्थान का लक्ष है।
     इस विद्यालय के प्रभारी सेवानिवृत्त मेजर जनरल  दिनेश कुमार शर्मा  हैं। श्री बरेजा ने बताया कि प्रोफेसर राजेंद्र सिंह उर्फ रज्जू भैया जिनके नाम से यह विद्यालय बनाया गया है वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के चौथे सर संघ चालक थे जो फिजिक्स और केमिस्ट्री के प्रोफेसर रहे थे। उनका अपना गांव बनैल कस्बा पहासू और इस विद्यालय के पास है।
      यह विद्यालय गांव खंडवाया शिकारपुर के एक किसान राजपाल सिंह द्वारा 32 बीघा जमीन विद्यालय को दान में दी गई है। यह भूमि दो हिस्सों में है और इस विद्यालय में वर्तमान में 230 छात्र दसवीं कक्षा तक शिक्षा ले रहे हैं।अभी तक यहां सोलह प्रांतों के 230 छात्र शिक्षा ले रहे हैं।  विद्यालय की योजना यहां 735छात्रों को शिक्षा देने की है। विद्यालय पूरी तरह से आवासीय है यहां छात्रों के रहने सहने, शिक्षा, खाने-पीने की पूरी व्यवस्था की गई है।
सत्यपाल सिंह चौहान

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