अच्छे काम के लिए विरोध न करें सब साथ आयें-अखंड राजपूताना सेवा संस्थान।

अखंड राजपूताना सेवा संस्थान की बैठक संपन्न
कौशांबी(एसपी चौहान)।
    अखंड राजपूताना सेवा संस्थान की एक आवश्यक बैठक रविवार को संस्था के स्थानीय कार्यालय रेडिसन होटल कौशाम्बी के व्यावसायिक खंड में आयोजित की गई। जिसमें महाराणा प्रताप की मूर्ति लगाने और वैवाहिक परिचय सम्मेलन कराए जाने के विषय पर चर्चा हुईं।
       संस्था के अध्यक्ष ठाकुर केपी सिंह ने बताया कि महाराणा प्रताप की मूर्ति कोरोना संक्रमण के कारण वसुंधरा चौक पर नहीं लग पाई है। इसके लिए प्रयास जारी है। संस्था मूर्तिकार को मूर्ति के निर्माण के लिए ढाई लाख रुपये दे चुकी है और वे शेष रकम मांग रहे हैं, जिस का बंदोबस्त किया जाना है। पैसों के अभाव में मूर्ति वहां से नहीं लायी जा सकी है।
    वार्ता के दौरान ही संस्था के राष्ट्रीय महासचिव विनोद कुमार शिशोदिया ने पूर्व घोषित एक लाख रुपए  अंशदान देने की एवज में ₹51000 संस्था के अध्यक्ष के पी सिंह को प्रदान किए उन्होंने कहा कि शेष रकम ₹50हजार वह बाद में देंगे। अध्यक्ष ने बताया कि अष्ट धातु की जो मूर्ति महाराणा प्रताप जी की बनाई जा रही है वह 13. 5 फुट लंबी इतनी ऊंची है तथा 13.50 कुंटल बजन की है। जिसकी कीमत के 12लाख रुपये संस्था को मूर्तिकार को और देने हैं।
      दूसरा  विषय, विवाह योग्य युवक-युवती परिचय सम्मेलन का था।अध्यक्ष ने बताया कि इस बार परिचय सम्मेलन वर्चुअल आयोजित किया जाएगा।  इसके लिए एक वेबसाइट *सु- स्वयंवर* बनी है, जिसे सुरेंद्र सिंह राजपूत कोलकाता वालों ने मूर्त रूप दिया है । इस वेबसाइट पर कोई भी राजपूत अपना पंजीकरण करा सकता है और अपने बच्चों के लिए योग्य वर और वधू देख सकता है। यह वेबसाइट दूसरी प्रोफेशनल संस्थाओं की वेबसाइट से बेहतर है। इस वेबसाइट के जरिये अब तक 50 लड़के लड़कियों की शादी हो चुकी है।
      एक अन्य विषय विचार के लिए आया। जिसमें गुर्जर समाज के कुछ अति उत्साही लोगों द्वारा समाज में भ्रांति फैलाने के संदर्भ में था। गुर्जर समाज के कुछ लोग  इतिहास को अनदेखा करते हुए राजपूत राजाओं को गुर्जर जाति का बता रहे हैं।वे न केवल महापुरुषों का अपमान कर रहे हैं बल्कि  समाज में वैमनस्य फैलाने का काम भी कर रहे हैं। राजपूत समाज इन तत्वों से कड़ाई से निपटेगा और इसके लिये स्थानीय स्तर  जिला प्रशासन, प्रदेश सरकार, प्रधानमंत्री और  महामहिम राष्ट्रपति को अपनी आपत्तियों सहित ज्ञापन देकर यह मांग करेगा इस तरह के लोगों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए। चूंकि इससे समाज की समरसता बिगड़ेगी तथा देश का विकास अवरुद्ध होगा। हमारी संस्था मांग की है कि महापुरुष किसी एक कौम के नहीं होते । वे तो सभी के होते हैं उन्हें किसी एक खास कौम का बताया जाना शर्मनाक है। इतिहास इस बात का गवाह है कि राजपूत राजा पृथ्वीराज चौहान उनके नाना जी आनंदपाल सिंह तोमर क्षत्रिय राजा थे।इन्हें गुर्जर बताना न केवल इन महापुरुषों का अपमान करना है बल्कि राजपूत समाज को भड़काने का कुत्सित प्रयास है। इसी तरह का प्रयास छतरी राजा मीर भोज के विषय में गुर्जर समाज पहले ही कर चुका है और उनको गुर्जर जाति का बताकर इतिहास को झुठला रहा है।
        *आज की बैठक में उस समय अजीब सी स्थिति पैदा हो गई जब वसुंधरा कल्याण समिति के पूर्व पदाधिकारी जनार्दन राय अपने साथियों के साथ आये। उन्होंने आरोप लगाया कि महाराणा प्रताप की मूर्ति  को लगवाने के लिए उनकी संस्था के नाम से प्रस्ताव पास हुआ था लेकिन उनकी संस्था और पदाधिकारियों को नजरअंदाज किया जा रहा है। काफी वाद  विवाद के बाद उनको यह समझाने का प्रयास किया गया कि इस कार्य के लिए वसुंधरा क्षत्रिय कल्याण समिति राजपूत सभा साहिबाबाद और अखंड राजपूताना सेवा संस्थान तीनों के प्रयास और अधिकार बराबर हैं। किसी का योगदान कम या अधिक नहीं है। बाद में उनसे यह भी कहा गया कि अगर वसुंधरा क्षत्रिय कल्याण समिति इस पुनीत कार्य को स्वयं करना चाहती है तो वह मूर्ति  पर होने वाले खर्चे का बंदोबस्त करे और बताएं कि इसका जवाब कव तक मिलेगा? अखंड राजपूताना सेवा संस्थान और राजपूत सभा साहिबाबाद उनका पूरा सहयोग करेगी। उन्होंने जवाब में कहा कि वे वार्ता कर बाद में बताएंगे लेकिन वे समय सीमा बताने को तैयार नहीं हुए।*
      संस्था के अध्यक्ष के पी सिंह महासचिव वीके शिशौदिया व विनय बिहारी सिंह ने  इस बात पर जोर दिया कि अच्छे काम के लिए सब लोग साथ आएं और किसी अच्छे काम का विरोध न करें। तीनों संस्थाएं बराबर की भागीदार हैं। किसी का योगदान कम और अधिक हो सकता है लेकिन सम्मान कम या अधिक नहीं । बैठक में ठाकुर केपी सिंह, एसपी चौहान, विनोद कुमार सिसोदिया,डा.विनय बिहारी सिंह, श्यामवीर सिंह भदोरिया,वेद प्रताप सिंह, जनार्दन राय, देवेंद्र सिंह चौहान, प्रताप सिंह ,बृज बिहारी सिंह, रेनू चौहान, निशा सिंह छोंकर, योगेंद्र सिंह सेंगर, दीप तोमर, रघुनाथ सिंह कछवाह तथा विनोद कुमार सिंह आदि उपस्थित थे।
       बैठक में संस्था के राष्ट्रीय महासचिव विनोद कुमार सिंह शिशौदिया ने बताया कि उन्हें पदोन्नत कर सरकार ने सहायक अभियंता बना दिया है। इस अवसर पर उन्होंने सभी का मुंह मीठा कराया। संस्था के सभी लोगों ने उन्हें अपनी शुभकामनाएं प्रेषित कीं।

Comments

Popular posts from this blog

अखंड राजपूताना सेवा संस्थान का परिचय सम्मेलन सकुशल संपन्न

क्षत्रिय परिचय सम्मेलन 13 अप्रैल को नोएडा में

समाज की बेहतरी के लिए क्षत्रिय समाज को व्यापार में उतरना चाहिए