बेला शक्ति मंदिर क्षत्रिय समाज की एकमात्र धरोहर ,उन्हें याद कर रही हैै
गाजियाबाद (एसपी चौहान)।
पृथ्वीराज चौहान से जुड़े एकमात्र पूजनीय स्थल बेला शक्ति मंदिर अपने पुनरुत्थान के लिए क्षत्रिय समाज की ओर देख रहा है। यह एकमात्र ऐसा मंदिर है जिसकी देखभाल क्षत्रिय समाज के लोग पिछले 832 वर्षों से कर रहे हैं। लेकिन अफसोस इस बात का है कि मंदिर की स्थिति अच्छी नहीं है। इस मंदिर के पुनर्निमाण की जरूरत है।
झंडेवालन मंदिर नई दिल्ली के पास स्थित बेला शक्ति मंदिर समिति की एक बैठक हुई जिसमें क्षत्रिय समाज को मंदिर के विषय में जानकारी देने और उसके पुनर्निर्माण के विषय में चर्चा हुई। पृथ्वीराज चौहान की बेटी बेला के नाम से यह मंदिर है। पृथ्वीराज चौहान के मोहम्मद गौरी से हुए युद्ध में पृथ्वीराज चौहान की बेटी बेला के पति वीरगति को प्राप्त हो गए थे। बेला मोहवा के चंदेल वंश में बिवाही गईं थीं। तव बेला ने यह समाचार पाकर अपने शरीर को सती होकर त्याग दिया था।
बेला की याद में यह मंदिर बना हुआ है। करीब 1800 वर्ग मीटर क्षेत्र में फैला यह मंदिर धना भाव के कारण आज के समय के हिसाब से अच्छी हालत में नहीं है और क्षत्रिय समाज की ओर देख रहा है।
आज मंदिर समिति की एक बैठक हुई जिसमें 17 अप्रैल रामनवमी के दिन होने वाले समारोह पर चर्चा हुई। यह समारोह में हवन के बाद प्रसाद का वितरण किया जाएगा। इस आयोजन में क्षत्रिय समाज का समिति ने आह्वान किया है कि ज्यादा से ज्यादा संख्या में लोग पहुंचे और इस मंदिर के सही प्रकार से संचालन में अपना सहयोग प्रदान करें। यही एकमात्र ऐसा मंदिर है जिसकी देखभाल क्षत्रिय समाज के लोग कर रहे हैं। या कहा जा सकता है कि पृथ्वीराज चौहान की निशानी के तौर पर क्षत्रिय समाज के पास यही मंदिर धरोहर है।यह मंदिर करीब 832 वर्ष पुराना है जिसमें सती स्थल पर एक चबूतरा और शिव का छोटा सा मंदिर है। समाज के लिए एक भवन और एक रसोई बाथरूम आदि बने हुए हैं, लेकिन अच्छी स्थिति में नहीं हैं।
बैठक में मौजूद सभी लोगों ने क्षत्रिय समाज का आह्वान किया है कि वे रामनवमी के दिन यज्ञ और भंडारे में ज्यादा से ज्यादा संख्या में उपस्थित हों और मंदिर के लिए अपनी ओर से कुछ दान राशि दें जिससे कि इस मंदिर का जीणोद्धार हो सके।
आज की बैठक में ट्रस्ट के अध्यक्ष डॉक्टर जयेंद्र सिंह जडेजा ,ट्रस्टी प्रोफेसर एसपी चौहान, आयोजक समिति के सदस्य मनोज सिंह चौहान, राधे श्याम सिंह सोम, किशन सिंह छोकर ,प्रदीप सिंह, जेपी ठाकुर, सतीश सिंह, केपी सिंह, प्रदीप चौहान,आकाश भदोरिया एसके सिंह चौहान तथा भूपाल सिंह
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